उत्तर पूर्वी जिला कार्यालय पर अनुसूचित जाति मोर्चों द्वारा लोकसभास्तर बैठक कर प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया
उत्तर पूर्वी जिला कार्यालय पर अनुसूचित जाति मोर्चों द्वारा लोकसभास्तर बैठक कर प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। जिसमे इस वर्ग में आने वाले विद्यार्थियों के प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए छात्रवृति योजनाओं के बारे में अवगत कराया गया। बैठक में प्रदेश अनुसूचित जाति महामंत्री किशोर कुमार ने कहा केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 59048 करोड़ के कुल निवेश वो अनुमोदन प्रदान किया है। जिसमे से केंद्र सरकार 35534 करोड़ रुपये (60%) खर्च करेगी शेष राशि राज्य सरकारों द्वारा खर्च की जाएगी। यह स्कीम मौजूद “प्रतिबद्ध देयता” देयता प्रणाली को प्रतिस्थापित करेगी। और इस महत्वपूर्ण स्कीम में केंद्र की भागीदारी अधिक होगी। पूर्व विधायक रंजीत कश्यप ने कहा कि अनुसूचित जनसंख्या के शैक्षिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में अनुसूचित छात्रों के मैट्रिककोत्तर छात्रवृत्ति स्कीम भारत सरकार का सर्वाधिक एकल हस्तक्षेप है। केंद्र सरकार इन प्रयासों को और अधिक बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। निगम पार्षद संतलाल छवारिया ने कहा गरीब से गरीब परिवारों के 10वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्रों को अपनी इच्छानुसार उच्चतर शिक्षा पाठ्यक्रमों मे नामित करने के लिए एक अभियान चलाया जाएगा। अनुमान है कि 1.36 करोड़ ऐसे सबसे गरीब छात्र है जो वर्तमान में 10वी कक्षा के बाद अपनी शिक्षा जारी नही रख सकते हैं, को अगले 5 वर्षों में उच्चतर शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत लाया जाएगा। बैठक के अध्यक्षता अनुसूचित जाति जिला अध्यक्ष योगेंद्र राजोरा ने की और उपस्थित लोगों का वार्ता में आमंत्रण कर स्वागत किया। नवीन शाहदरा अनुसूचित जाति जिला अध्यक्ष भारत माहौर भी वार्ता में उपस्थित रहे। डॉ यू.के चौधरी ने भी वार्ता को संबोधित किया। उ.पू. जिला प्रवक्ता दीपक चौहान ने सभी का धन्यवाद करते हुए मीडिया का आभार जताया और मीडिया के माध्यम से इन योजनाओं को जन जन तक पहचानें और इसका लाभ लोगों तक पहुचाने का आग्रह किया। और कहा कि केंद्रीय सहायता जो वर्ष 2017-2018 से वर्ष 2019-20 के दौरान लगभग 1100 करोड़ प्रतिवर्ष थी उसे वर्ष 2020-21 से 2025-26 के दौरान 5 गुना से अधिक बढ़ाकर लगभग 6000 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष किया जाएगा। राज्य सरकारें बढ़ी संख्या में अनुसूचित वर्ग के छात्रों को लाभ पहुंचाने के लिए इस कार्यनीति को कार्यान्वित करने में महत्वपूर्ण भागीदार होंगी। बैठक में प्रमोद गुप्ता,निर्मला जाटव, नरेंद्र सिंह कटारिया, सुरेश केन, उमेश माथुर, गणेश राजपार्चा, मायारानी, भगवान सिंह, प्रेमलता, उमराव सिंह, निरंजन माहौर, जगदीप गौतम, आदि उपस्थित रहे।
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