रतन लाल जी को समर्पित एक कविता
रतनलाल आपकी कुर्बानी रंग लाएगी ये मरते दम तक हमको हम सबको याद आएगी दिल्ली पुलिस आपको कभी नहीं भूल पाएगी, जान से पहले ड्यूटी आपकी इस सोच को हर हाल में आगे बढ़ाएगी बढ़ा कदम न पीछे हटाएगी रतनलाल आपकी कुर्बानी रंग लाएगी जान दे अपने अफसर को बचाया आपने ख्वाब एक सच कर दिखया आपने हर हाल में आगे बढ़ने का हौसला दिखया आपने जान देदी पर बढ़ते कदम को पीछे नहीं हटाया आपने कुर्बानी का जज्बा जगाया आपने रतनलाल आपकी कुर्बानी रंग लाएगी ये मरते दम तक हमको हम सबको याद आएगी हमें अपनी पुलिस, अपने देश से अपनी जान से भी ज्यादा प्यार है, हर कोई इसको लेकर मरने को भी तैयार है अब अफसर भी सिपाही को कहता यार है, हर कोई ड्यूटी के प्रति अब पूरा बफादार है ड्यूटी की लाइन में हर कोई मरने को तैयार है रतनलाल आपकी कुर्बानी रंग लाएगी ये मरते दम तक हमको हम सबको याद आएगी अब हर कोई रतनलाल बनना चाहता है, दूसरे से पहले आगे आता है बदमाश ये बेमिसाल हौसला देख पीछे भाग जाता है जिसमे होता है हौसला वही नाम कमाता है शहीद होने के बाद शाहदत पाने के बाद सीधा स्वर्ग जाता है रतनलाल आपकी कुर्बानी रंग लाएगी ये मरते दम तक हमको हम सबको याद आएगी आपके परिवार का ध्यान रखना अब हमारी जिम्मेदारी है थोड़ी बहुत नहीं साऱी की साऱी है मदद हो गयी है शुरू और अब भी जारी है हम जो कहते है करके दिखते है ये खासियत हमारी है आपको मान सम्मान मिलता देख हर कोई सोच रहा है कब आती उसकी बारी है ये देश ये धरती हमें जान से भी प्यारी है #standwithdelhipolice