राजपुर रोड परिवहन विभाग में लगातार आग: घोटालों को छुपाने का षड्यंत्र
राजपुर रोड परिवहन विभाग में लगातार आग: घोटालों को छुपाने का षड्यंत्र? राजपुर रोड स्थित परिवहन विभाग के मुख्यालय में लगातार आग लगने की घटनाएं एक गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। हर साल या हर दो साल में होने वाली ये आगें संयोग से नहीं, बल्कि एक सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा प्रतीत होती हैं। इन आगों में विभागीय घोटालों से जुड़ी अहम फाइलें जलकर राख हो जाती हैं, जिससे भ्रष्टाचार के सबूतों को मिटाने का प्रयास किया जाता है। हाल ही में, परिवहन विभाग ने ऑटो रिक्शा यूनिट को भी इसी भवन में स्थानांतरित कर दिया है। इससे पहले ही विभाग को कमिश्नर को पत्र लिखकर इस भवन की जर्जर स्थिति और आग लगने की घटनाओं के बारे में अवगत कराया गया था। इसके बावजूद, अधिकारियों ने अपनी मनमानी करते हुए ऑटो रिक्शा यूनिट को यहां शिफ्ट कर दिया, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि उनका मकसद घोटालों को छुपाना ही है। यह घटनाक्रम एक बार फिर यह साबित करता है कि विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है और अधिकारी अपने कृत्यों को छुपाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लगातार आग लगने की घटनाएं इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि विभाग में सब कुछ ठीक नहीं है। यह मामला कई गंभीर सवाल खड़े करता है: क्या ये आगें दुर्घटनावश लग रही हैं या फिर इन्हें जानबूझकर लगाया जा रहा है? क्या विभाग के अधिकारी इन आगों के पीछे हैं? क्या इन आगों में जलकर नष्ट होने वाली फाइलें भ्रष्टाचार के सबूत हैं? क्या सरकार इस मामले की गंभीरता से जांच करवाएगी? इस मामले में प्रशासन को तुरंत कदम उठाने चाहिए और: आग लगने की घटनाओं की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। विभागीय घोटालों की गहन जांच की जाए। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। यह मामला आम जनता के लिए भी चिंता का विषय है क्योंकि इससे परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार पनप रहा है और आम लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
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