अंतरराज्यीय बस अड्डों पर अब 25 मिनट ही रुकेंगी बसें, ज्यादा ठहरने पर देना होगा अतिरिक्त पार्किंग शुल्क
इससे ज्यादा समय तक रुकने पर बस चालकों को अतिरिक्त पार्किंग शुल्क देना होगा। नए फैसले में निजी बसों को राहत देते हुए उनका पार्किंग शुल्क भी सरकारी बसों के सामान कर दिया गया है।
कश्मीरी गेट समेत राजधानी के तीनों बस अड्डों में अब बसें 25 मिनट ही रुक पाएंगी। इससे ज्यादा समय तक रुकने पर बस चालकों को अतिरिक्त पार्किंग शुल्क देना होगा। नए फैसले में निजी बसों को राहत देते हुए उनका पार्किंग शुल्क भी सरकारी बसों के सामान कर दिया गया है। अब ये बसें भी सड़कों पर खड़ी होने की जगह टर्मिनल में आ सकेंगी। इससे सड़कों पर लगने वाला जाम खत्म होगा।
दरअसल, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बीते दिनों महाराणा प्रताप आईएसबीटी का दौरा किया था। उसके बाद परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की उपस्थिति में उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में अंतरराज्यीय बसों के लिए नई दरें व मानदंड पर चर्चा हुई।
बैठक के बाद निर्णय लिया गया कि पार्किंग दरों और बसों के अंदर जाने से बाहर आने तक के समय व्यवस्थित किया जाए। इसके तहत केवल फास्टैग स्टिकर वाली बसों की प्रवेश की अनुमति का फैसला लिया गया। इसकी मदद से वाहन मानव हस्तक्षेप के बिना जल्दी अंदर-बाहर जा सकेंगे। इस फैसले के बाद टर्मिनल में प्रति दिन 1700 की जगह तीन हजार बसें आ सकेंगी। वहीं निजी बसों को अधिक शुल्क से राहत मिलेगी। वहीं बसों की संख्या ज्यादा आने से परिवहन विभाग का राजस्व भी बढ़ेगा।
फास्टैग लगाना जरूरी
टर्मिनल के अंदर बसों को प्रवेश देने के लिए फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया है। इसकी मदद से बसें जल्द अंदर और बाहर जा सकेगी। पार्किंग शुल्क को वसूलने में भी आसानी होगी। साथ ही बसों के अंदर-बाहर जाने पर निगरानी भी रखी जा सकेगी। ऑनलाइन माध्यम से लोगों को भी आसानी होगी। अधिकारी की माने तो कश्मीरी गेट, आनंद विहार, सराय काले खां टर्मिनल में बिना फास्टैग के कोई अंदर-बाहर नहीं कर पाएगा।
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