दिल्लीवालो बिजली चोरी से हैं परेशान? टाटा पावर-DDL की लोक अदालत में होगा हिसाब, तारीख समय से लेकर हर बात जानिए
आप नॉर्थ दिल्ली में रहते हैं तो यह खबर आपके काम की है। नॉर्थ दिल्ली में 7 मिलियन से अधिक आबादी को बिजली सप्लाई करने वाली अग्रणी पावर यूटिलिटी टाटा पावर-डीडीएल ने आगामी शनिवार, 14 सितंबर, 2024 को आयोजित होने वाले नेशनल लोक अदालत में भाग लेने की घोषणा की है। दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएसएलएसए) के सहयोग से आयोजित होने वाली इस नेशनल लोक अदालत में “बिजली चोरी और डिस्कनेक्टेड कनेक्शंस” के मामलों का निपटान किया जाएगा।
कहां लगेगी लोक अदालत?
नेशनल लोक अदालत का आयोजन पीएलए-I, सब स्टेशन बिल्डिंग 2/13, सेक्टर – 13, रोहिणी, दिल्ली 110085 (वेंकटेश्वर ग्लोबल स्कूल के नज़दीक) में सवेरे 10.00 बजे से अपराह्न 4.00 बजे तक किया जाएगा। नेशनल लोक अदालत में भाग लेने के इच्छुक उपभोक्ता हेल्पलाइन 19124 पर कॉल कर या eac.care@tatapower-ddl.com पर ईमेल भेजकर रजिस्टर कर सकते हैं। रजिस्टर्ड वादियों को नेशनल लोक अदालत अपनी फोटो आईडी, और बिजली चोरी संबंधी बिल या डिस्कनेक्टेड कनेक्शन की प्रति साथ लानी होगी।
शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी संभव
यह उपभोक्ताओं के लिए बिजली चोरी एवं डिस्कनेक्टेड कनेक्शंस के मामलों का तत्काल निपटान करने का अच्छा अवसर है। यदि ऐसे मामलों में उपभोक्ताओं की ओर से चूक होती है तो कंपनी विद्युत अधिनियम, 2003 तथा डीईआरसी विनियमनों के संबंधित प्रावधानों के तहत् उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। उपभोक्ता अपने बिलों का भुगतान चेक, डिमांड ड्रॉफ्ट (डीडी), डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड तथा विभिन्न ऑनलाइन माध्यमों से कर सकते हैं। नेशनल लोक अदालत को व्यापक तौर पर सफल बनाने के उद्देश्य से, टाटा पावर-डीडीएल विभिन्न चैनलों के जरिए अपने उपभोक्ताओं को सूचित कर रहा है।
टाटा पावर-डीडीएल के बारे में
टाटा पावर-डीडीएल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार और टाटा पावर का ज्वाइंट वैंचर है। कंपनी नॉर्थ दिल्ली में करीब 7 मिलियन की आबादी के लिए पावर सप्लाई करती है। टाटा पावर-डीडीएल बिजली वितरण के क्षेत्र में सुधारों के स्तर पर अग्रणी है और इसे उपभोक्ता केंद्रित व्यवहारों के लिए जाना जाता है। निजीकरण के बाद से टाटा पावर-डीडीएल के वितरण इलाकों में एटीएंडसी नुकसान में रिकॉर्ड कमी आयी है। और सभी वर्टिकल्स में एडवांस्ड टैक्नोलॉजी अपनाकर बिजली वितरण के परिदृश्य में व्यापक बदलाव लया है। वर्तमान में एटीएंडसी नुकसान 5.9% है, जिसमें जुलाई 2002 में 53% के शुरुआती नुकसान में अप्रत्याशित कमी आई है।
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