गोकलपुरी विधानसभा के सबोली वार्ड में विकास के मुद्दे: एक गंभीर संकट
गोकलपुरी विधानसभा के सबोली वार्ड में हाल के दिनों में विकास कार्यों की कमी ने स्थानीय जनता को गंभीर समस्याओं का सामना करने के लिए मजबूर कर दिया है। यह मुद्दा खासतौर पर तब उठता है जब स्थानीय विधायक और नगर निगम के पार्षद के बीच की राजनीति और आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति स्पष्ट हो जाती है।
स्थानीय विधायक का दृष्टिकोण
विधायक श्री चौधरी सुरेंदर कुमार जी का कहना है कि सबोली वार्ड दिल्ली में नहीं आता, और इसलिए यहां विकास कार्यों की जिम्मेदारी उनकी नहीं है। उनके अनुसार, विकास कार्यों की जिम्मेदारी उन क्षेत्रों की है जो दिल्ली के अंतर्गत आते हैं। लेकिन यह तर्क तब कमजोर हो जाता है जब दिल्ली के राधा विहार जैसे क्षेत्रों में भी जहां का कुछ हिस्सा उत्तर प्रदेश में है, विकास कार्य लगातार किए जा रहे हैं।
नगर निगम पार्षद की भूमिका
नगर निगम के पार्षद जास्वस्त जी का भी इसी तरह का बयान है कि सबोली वार्ड में कोई विकास कार्य नहीं किया जाएगा क्योंकि यहाँ की जनता भाजपा को वोट देती है। यह स्थिति स्थानीय लोगों को और भी निराशाजनक बनाती है क्योंकि वे अपनी समस्याओं को लेकर राजनीति के बीच फंसे हुए महसूस करते हैं।
जनता की समस्याएँ
स्थानीय जनता लगातार विभिन्न समस्याओं का सामना कर रही है। यहाँ की बुनियादी सुविधाओं की स्थिति अत्यंत दयनीय है:
नाली और पानी का निकास: इलाके में नालियाँ ठीक से साफ नहीं की जातीं और पानी का निकास ठीक से नहीं हो पाता। इसके कारण गंदा पानी सड़कों पर बहता रहता है।
सड़क की स्थिति: कई सड़कों की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि मकान दस-दस फुट गहरे गड्ढों में बदल चुके हैं।
सिविर की कमी: कोई सिविर न होने के कारण जनता को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों का संघर्ष
जनता ने अपनी समस्याओं के समाधान के लिए खुद ही प्रयास किया है। लोगों ने अपने-अपने गली-मोहल्लों की मरम्मत के लिए 500-500 रुपए इकट्ठा किए और गड्ढों को भरने का प्रयास किया। हालांकि, यह अस्थायी समाधान है और दीर्घकालिक समस्या का समाधान नहीं है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों के नेताओं ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप किए हैं। इन राजनीतिक मतभेदों का सीधा असर जनता पर पड़ रहा है जो सही मायनों में बुनियादी सुविधाओं से वंचित है।
निष्कर्ष
गोकलपुरी विधानसभा के सबोली वार्ड में विकास कार्यों की कमी एक गंभीर समस्या है जिसे राजनीति की गहण धुंध में दबा दिया गया है। स्थानीय जनता की समस्याओं का समाधान केवल तब संभव होगा जब राजनीति के दायरे से बाहर निकलकर समर्पित और प्रभावी प्रयास किए जाएंगे। यह जरूरी है कि स्थानीय नेताओं को जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दें और सच्चे मायनों में उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम करें।
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