दिल्ली पुलिस की बड़ी कामयाबी: हत्या के वांछित अपराधी सोहन सिंह रावत गिरफ्तार।
दिल्ली पुलिस की बड़ी कामयाबी: हत्या के वांछित अपराधी सोहन सिंह रावत गिरफ्तार।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल/दक्षिण-पश्चिमी रेंज जिसमें SI सुनील छिल्लर, ASI सुरेंद्र बालियान, HC सुरेन्द्र यादव, HC विनय कश्यप, HC अभिषेक मलान , HC इंद्रपाल , HC सुभाष कड़वासरा और Ct. सुनील चौधरी की एक टीम ने इंस्पेक्टर अनुज कुमार त्यागी के नेतृत्व में ऐसे वांछित अपराधियों के बारे में जानकारी इक्कठा कर रही थी, ने वर्ष 2017 में दिल्ली के बारखम्बा रोड थाना क्षेत्र में हुई एक हत्या के वांछित अपराधी सोहन सिंह रावत को गिरफ्तार किया है।
कौन है सोहन सिंह रावत और क्या है मामला?
सोन सिंह रावत, उत्तराखंड का रहने वाला है और वह 2021 में जमानत मिलने के बाद से ही पुलिस की गिरफ्त से दूर भाग रहा था। उस पर आरोप है कि उसने अपने साथियों रमेश सिंह और अख्तर के साथ मिलकर बारखम्बा रोड स्थित एक निर्माण कंपनी में काम करने वाले सुरक्षा गार्ड जितेंद्र शुक्ला की हत्या कर दी थी। हत्या का कारण लूटपाट बताया जा रहा है।
कैसे हुआ सोहन सिंह रावत गिरफ्तार?
सूचना का संग्रह: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम लगातार अंतर-राज्यीय वांछित अपराधियों के बारे में सूचना एकत्र कर रही थी। इसी दौरान उन्हें सोहन सिंह रावत के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली।
गहन जांच: टीम ने रावत के बारे में गहन जांच शुरू की और पता लगाया कि वह हत्या के मामले में भगोड़ा घोषित किया जा चुका है।
ठिकाने का पता लगाना: लगातार प्रयासों के बाद टीम को रावत के मंडावली, दिल्ली में छिपे होने की सूचना मिली।
गिरफ्तारी: टीम ने रावत को मंडावली में एक इलेक्ट्रीशियन के रूप में काम करते हुए गिरफ्तार किया।
क्यों है यह गिरफ्तारी महत्वपूर्ण?
कानून व्यवस्था: यह गिरफ्तारी कानून व्यवस्था को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे अपराधियों में खौफ पैदा होगा और वे अपराध करने से हिचकिचाएंगे।
इस गिरफ्तारी से पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
दिल्ली पुलिस की छवि: इस सफलता से दिल्ली पुलिस की छवि और मजबूत हुई है।
पुलिस की भूमिका
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में अहम भूमिका निभाई है। टीम ने लगातार प्रयासों से रावत को गिरफ्तार कर न्याय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है।
क्या हुआ सोहन सिंह रावत की पूछताछ में?
पूछताछ में रावत ने बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर योजना बनाकर इस हत्या को अंजाम दिया था। उन्होंने हत्या के बाद से ही लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था ताकि पुलिस उसे पकड़ न सके।
अन्य आरोपी
इस मामले में रमेश सिंह और अख्तर नाम के दो अन्य आरोपी भी हैं जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और उन पर मुकदमा चल रहा है। रमेश सिंह सोहन सिंह रावत का करीबी दोस्त था।
आगे की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने सोहन सिंह रावत को कोर्ट में पेश किया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
निष्कर्ष
दिल्ली पुलिस की इस बड़ी सफलता से यह साबित होता है कि पुलिस अपराधियों को पकड़ने में कितनी गंभीर है। यह गिरफ्तारी अन्य अपराधियों के लिए एक चेतावनी है कि कानून का शासन हर हाल में लागू होगा।
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