COVID-19 पर चीन की चाल का खुलासा, अमेरिका ने कराया था वुहान में शोध
दुनिया के कई देश चीन के वुहान में स्थित लैब को ही कोरोना वायरस महामारी का उत्पति केंद्र मानते हैँ। भले ही चीन इसे सी-फूड मार्केट और अन्य जगह से फैलने की बात कहता रहा हो। इस बीच एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि पिछले दशक में अमेरिका कोरोना वायरस पर रिसर्च के लिए चीन को वित्तीय अनुदान देता रहा है।
वुहान लैब को भी 28.18 करोड़ रुपए का अनुदान दिया गया था। ब्रिटिश मीडिया संस्थान द मेल द्वारा रविवार को प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार, वुहान समेत कई चीनी प्रयोगशालाएं अमेरिकी सरकार के धन का उपयोग कर गुफाओं से चमगादड़ों व उनसे संक्रामक बीमारियों की उत्पति पर शोध कर रही थी।
2002 और 2003 में सार्स के प्रकोप से देश को तबाह होने के बाद चीनी अधिकारियों ने एसे शोध संस्थान बनाने का फैसला किया था।
कोरोना से दुनिया में 114098 लोगों की मौत
पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है। दुनिया में अब तक इस महामारी से पीड़ित लोगों की संख्या 18 लाख से भी ज्यादा पहुंच गई है। वहीं इस प्रचंड महामारी से मरने वालों की संख्या 114098 हो चुकी है। इनमें से 80 फीसदी मामले यूरोपीय देशों में हैं। वहीं कोरोना पैंडेमिक से मरने वालो में यूरोप में इससे मरने वालों की तादाद रविवार को 75 हजार के पार चली गई। इनमें से 80 फीसदी मौत तो सिर्फ इटली, स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन में हुई हैं। यूरोप में 9,09,673 संक्रमितों में से 75,011 लोगों की मौत हुई है। यूरोप का सबसे ज्यादा प्रभावित देश इटली है जहां संक्रमण से 19,468 लोगों ने दम तोड़ा है।