दिल्ली मेट्रो का स्मार्ट कार्ड रिचार्ज करते समय रखे इन बातों का ध्यान नहीं तो हो जाएगा नुकसान
दिल्ली मेट्रो से जुड़े अधिकारियों की मानें तो किसी दूसरे के एकाउंट में पैसा ट्रांसफर होने की सूरत में यह वापस मिलना बेहद मुश्किल होेता है। पैसे की वापसी इस बात पर निर्भर करती है तो सामने कितना भला है।
तकनीकी के युग में डिजिटल लेन-देन का तरीका लोगों का समय और पैसा दोनों बचा रहा है,और लोगों को स्मार्ट वर्क भी सिखा रहा है लेकिन एक जरा सी गलती कस्टमर का भारी नुकसान भी करा सकती है। ऐसे में कोई खरीदारी कर रहे हैं या फिर कोई अन्य सेवा ले रहे हों तो उपभोक्ताओं को चाहिए कि वे अत्यधिक सावधानी के साथ डिजिटल पेमेंट करें। यह सतर्कता दिल्ली मेट्रो का स्मार्ट कार्ड रिचार्ज करने पर भी लागू होती है। चाहे आप घर पर लैपटॉप के जरिये मेट्रो का स्मार्ट कार्ड रिचार्ज कर रहे हों या फिर मोबाइल फोन पर, दोनों ही स्थिति में सावधानी बरतें।
आपको बता दें कि 7 सितंबर के बाद दिल्ली मेट्रो का संचालन दोबारा शुरू होने के बाद लाखों यात्रियों ने डिजिटल भुगतान को अपना लिया है। दिल्ली मेट्रो का भी टोकन सिस्टम बंद कर चुका है, ऐसे में लोग सहज ही डिजिटल तरीके से स्मार्ट कार्ड को रिचार्ज कर रहे हैं। ज्यादातर लोग घर पर ही स्मार्ट कार्ड रिचार्ज करते हैं। उपभोक्ता ऑनलाइन रिचार्ज करने के दौरान भूलवश कभी-कभी किसी अन्य के एकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर देते हैं। ऐसा दिल्ली मेट्रो के स्मार्ट कार्ड के साथ भी हो जाता है। ऐसे में यह जान लेना जरूरी है कि डिजिटल ट्रांजैक्शन करते समय सावधानी भी जरूरी है। दिल्ली मेट्रो से जुड़े अधिकारियों की मानें तो किसी दूसरे के एकाउंट में पैसा ट्रांसफर होने की सूरत में यह वापस मिलना बेहद मुश्किल होेता है।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम अपने लाखों यात्रियों के लिए स्मार्ट कार्ड से सफर करने की सुविधा के तौर पर ऑटो टॉपअप फीचर वाले स्मार्ट कार्ड लॉन्च कर चुका है। इस ऑटो टॉप-अप फीचर वाले स्मार्ट कार्ड कि विशेषता यह है कि मेट्रो का स्मार्ट कार्ड रखने वाले उपभोक्ता भी इस फीचर को एक्टिवेट करा सकते हैं। मेट्रो यात्री इस ऑटो टॉप-अप फीचर से अपने स्मार्ट कार्ड मेट्रो स्टेशन के ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन प्रवेश गेट पर ऑटोमेटिक तरीके से रिचार्ज करा सकते हैं।
नया स्मार्ट कार्ड ग्राहकों के लिए ऑटो-पे एप के जरिये उपलब्ध होगा। लेकिन ऐसे में ऑनलाइन रिचार्ज करते समय सतर्कता बरतना जरूरी है।
इसमें जब कभी कार्ड की वैल्यू 100 रुपये से कम रह जाएगी तो ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन प्रवेश गेट पर कार्ड में 200 रुपये अपने आप क्रेडिट हो जाएगा। सबसे बड़ी खूबी तो यही है कि ऑटो-पे ऐप से टॉपअप वैल्यू ग्राहकों के लिंक किए कार्ड बैंक के खाते से अगले कार्य दिवस में ऑटो-डेबिट हो जाएगी।
रिपोर्ट – जीविका जायसवाल
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