क्या अब्दुल रेहमान को विधायक होकर निष्काम सेवा में लगे व्यक्तियों से दुर्व्यवहार करना शोभा देता है
आज भी निष्काम सेवा देने वालो को नेतागिरी की मार झेलनी पद रही है ।घटना ब्रह्मपुरी के संध्या पब्लिक स्कूल की है जब वह दिन में खाना बाँट रहे सिविल डिफेन्स के कर्मचारी पर अब्दुल रहमान आकर एकदम भड़कने लगे और मारने तक को उतारू हो गए । यहाँ तक की अपने पद का रुतबा दिखाते हुए उनसे औकात की बात करने लगे । बात चाहे जो भी हो लेकिन इस वक़्त जो शक्श सेवा में कार्यरत है वो सम्मान का हकदार है न की विधायक की गालियों का । प्रशासन से उचित कार्यवाही की मांग है और दोषी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी होनी चाहिए । अगर ऐसा होगा तो इस विषम परिस्थिति में कोई भी सेवा के लिया आगे नहीं आएगा ।हमें सब को साथ मिलकर इस समय काम करना चाहिए । इस वक़्त भगवान् ने सबको बराबर लाकर खड़ा कर दिया है ना कोई छोटा है ना कोई बड़ा इस समय में विधायक की इस तरीके की हरकत बहुत ही निन्दनिये है । अगर विधायक की गलती है तो वो भी सजा के पात्र है ।