दिल्ली के 3 बड़े बस अड्डों में बिना Fastag एंट्री होगी बैन, पार्किंग चार्ज में भी बदलाव, चुनाव से पहले बड़ा फैसला
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली से देश के विभिन्न हिस्सों में जाने के लिए तीन बड़े साधन हैं. रेलवे, बस और हवाई जहाज. इसे देखते हुए दिल्ली में रेलवे स्टेशन, बस अड्डा और एयरपोर्ट की मुकम्मल व्यवस्था की गई है. इनके विकास को लेकर लगातार काम भी किया जा रहा है. पिछले दिनों दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कश्मीरी गेट ISBT का दौरा किया था. इस दौरान उनको अंतरराज्यीय बस अड्डे पर अनेकों तरह की खामियों से रूबरू होना पड़ा था. एलजी सक्सेना ने इसके फौरन बाद ISBT में बसों के आवागमन और अन्य व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की थी. इसमें दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत भी शामिल हुए थे. राजनिवास के अधिकारियों ने रविवार 8 सितंबर को बताया कि बैठक में ISBT को लेकर कई बड़े फैसले लिए गए हैं. इसका उद्देश्य बसों की संख्या को बढ़ाने के साथ ही यात्री सुविधाओं का विस्तार करना है.
एलजी वीके सक्सेना ने 31 अगस्त 2024 को कश्मीरी गेट बस अड्डा (महाराणा प्रताप आईएसबीटी) का निरीक्षण किया था. इसके बाद परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के साथ की गई हाईलेवल मीटिंग में कई फैसले लिए गए, जिन्हें लागू करने के लिए जल्द ही आदेश जारी किया जाएगा. दिल्ली में फिलहाल 3 इंटरस्टेट बस अड्डे ऑपरेशनल हैं. इनमें कश्मीरी गेट बस टर्मिनल, आनंद विहार बस टर्मिनल और सराय काले खां इंटरस्टेट बस टर्मिनल शामिल हैं. अब इन तीनों अंतरराज्यीय बस अड्डों में कोई भी बस Fastag के बिना प्रवेश नहीं कर सकेगी. साथ ही सरकारी और प्राइवेट बसों के लिए एक समान पार्किंग चार्ज तय किए जाएंगे. बता दें कि अभी निजी बसों से ज्यादा पार्किंग चार्ज वसूला जाता है.
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