डीडीए की लैंड पूलिंग पॉलिसी की आड़ में घर खरीदारों को देते थे धोखा
घर दिलाने के नाम पर लोगो को लूटते थे ये लोग
डीडीए की लैंड पूलिंग पॉलिसी की आड़ में घर खरीदारों को देने वाले तीन मामलों में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा छह अभियुक्त व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें सोसायटी के पांच ऑफिस बियरर और एक प्रॉपर्टी डीलर शामिल हैं।
रुद्र वेलफेयर सोसाइटी के मामले में दो आरोपी, एरोसिटी द्वारका में तीन और प्रख्यात ऑफिसर्स वेलफेयर सोसाइटी में एक को गिरफ्तार किया गया है।
350 निवेशकों से लगभग 40 करोड़ रुपये की राशि द्वारका में डीडीए की लैंड पूलिंग पॉलिसी के तहत आवास प्रदान करने के नाम पर वसूली गयी
किसानों के साथ भूमि के प्रत्यक्ष सौदों के लिए भूमि सुविधा एजेंसियों को शामिल किया गया था जिन्हे बेईमानी से निकल दिया गया ।
प्रस्तावित परियोजनाओं को विकसित करने के लिए तीन सोसायटी में से किसी के पास कोई अधिकार नहीं था।
लैंड पूलिंग के संबंध में DDA नीति अभी भी चल रही है और इसे अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। इस नीति के संबंध में इसने अभी तक किसी को कोई लाइसेंस जारी नहीं किया है।
जांच से पता चला है कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने दिल्ली के नियोजित विकास के तहत पर्याप्त घरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए लैंड पूलिंग नीति के नाम पर एक नीति की परिकल्पना की थी और इस योजना को कई बिल्डर्स और प्रमोटरों ने इसे फ्लैट खरीदारों की लूट के अवसर के रूप में लिया। ये लोग फ्लैट खरीदारों को तस्वीरें दिखा कर रजिस्ट्रेशन और एडवांस बुकिंग उनसे भारी मात्रा में धन जुटाया करते थे ।
डीडीए से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, इसने इनमें से किसी भी सोसायटी को कोई लाइसेंस या अनुमोदन जारी नहीं किया है
इससे पहले, रेवंत मल्टी स्टेट सीजीएचएस लिमिटेड से संबंधित मामले में तीन आरोपी व्यक्तियों को ईओडब्ल्यू द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
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