बिहार में विचित्र दिखने वाले बच्चे का हुआ जन्म देखने के लिए लोगों की उमड़ी भीड़
जानकारी के मुताबिक जिले के साहिबा चक्र गांव के चुनचुन यादव की पत्नी ने अजीबोगरीब बच्चे को जन्म दिया। हालांकि बच्चा तीन घंटे ही जीवित रहा लेकिन इस बीच नवजात को देखकर प्रसूति कक्ष के डॉक्टर और अन्य नर्सिंग स्टाफ भी हैरान रह गये। दरअसल बच्चे की त्वचा पर सफेद रंग का आवरण और दोनों आंखें सुर्ख और बड़ी-बड़ी थीं। जबड़े में भी वयस्कों जैसे दांत थे।
क्यों होता है विचित्र बच्चों का जन्म
डॉक्टर्स ने बताया कि 10 लाख बच्चों में से एक एक ऐसा होता है। मां-बाप के जेनेटिक म्यूटेशन की वजह से ऐसे बच्चों का जन्म होता है। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चे ज्यादा दिनों तक जिंदा भी नहीं रहते हैं। उनकी अधिकतम सात दिन की आयु मानी जाती है। ऐसे बच्चों का विकास होना कई बार फॉरेन कंट्रीओं में संभव होता है । लेकिन भारत देश में अभी तक ऐसे बच्चों को बचाए जाने के लिए किसी भी तरह का कोई रास्ता संभव नहीं है ऐसे विचित्र बच्चों का जन्म बिहार में कई दफा देखा गया है लेकिन अभी तक यह नहीं पता चल पाया कि ऐसा क्यों होता है की मां के पेट में ही बच्चों का विकास इस तरह से खराब हो जाता है की उनका जन्म होने पर वह अत्यधिक विचित्र होते हैं और कुछ समय या कुछ घंटों बाद बच नहीं पाते ।
उस विचित्र बच्चे को देखने के लिए हॉस्पिटल में इस तरह की भीड़ उमड़ी की कंट्रोल करना मुश्किल हो गया सोचने की बात तो यह है कि उन मां-बाप पर क्या बीत रही होगी जिन्होंने इस बच्चे को जन्म दिया लेकिन वह बच नहीं पाया और उस बच्चे को देखने के लिए लोगों ने इस तरह से तमाशा बना दिया ।
Report- jivika jaiswal
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