डाक नहीं अब होगा डिजिटल, पहले घोड़े पर, फिर साइकिल पर, फिर मोटर साइकिल पर और अब होगा ऑनलाइन
जब ब्रिटिशर्स हिंदुस्तान में राज करते थे तो डाक व्यवस्था जो पुलिस के अंदर होती है थाने से क्राइम ब्रांच से और पुलिस के अलग अलग विभाग से डाक जाती थी सीनियर ऑफिसर्स के पास 24 घंटे की सारी खबर और सूचनाएं इन डाक के द्वारा पहुंचे जाती थी । पहले घोड़े पर, फिर साइकिल पर, और फिर मोटर साइकिल पर ये व्यवस्था आज तक चल रही थी पर अब दिल्ली पुलिस महासंघ के प्रयास से ये डाक की व्यवस्था समाप्त करके इस सब को ऑनलाइन कर दिया गया है इससे जो स्टाफ इस सब काम ने लगे थे वो अन्य काम भी कर पाएंगे और जब हम डिजिटल युग में जी रहे है तो पुराने तरीके से कब तक चलते रहेंगे ।अब सारी सूचनाएं ऑनलाइन ही भेजी जाएंगी ।