ये वीडियो देखकर आप भी कहेंगे (दिल्ली पुलिस – दिल की पुलिस)
ऐसे ही दिल्ली पुलिस को दिल की पुलिस नहीं कहते दिल्ली पुलिस इस बात को साबित कर रही रही है बात २४ अप्रैल की है रात के लगभग १० बजे थे पुलिस ने शास्त्री पार्क redlight के पास कुछ रेड्डी रिक्शा वालो को रोका और पूछताछ में पता चला की वो सभी रिक्शा से झारखण्ड जाने के लिए निकले थे क्युकी यहाँ उन्हें खाना नहीं मिल पा रहा है और सिर्फ दाल चावल से वो गुजारा नहीं चला सकते । शास्त्री पार्क के एसएचओ प्रमोद गुप्ता जी भी तुरंत वहाँ पहुंचे और उनसे बात करी इसके बाद सभी को लगा की lockdown तोड़ने के जुर्म में इन पर मुकदमा होगा लेकिन एसएचओ ने मानवता का एक अलग ही परिचय दिया उनका कहना था की जब पेट में आग लगी हो तो इंसान पहले खाना ही देखता है इन्होने कोई जुर्म नहीं किया ये मजबूर है उन्होंने तभी बस के द्वारा उन सभी को शेल्टर होम में छुड़वाया जहा वो lockdown के दौरान रहे और वहाँ उन्हें भरपेट खाना भी मिल जाएगा ।