शास्त्री पार्क: अवैध पार्किंग, अपराध और प्रशासन की उदासीनता का गहरा घाव
शास्त्री पार्क: अवैध पार्किंग, अपराध और प्रशासन की उदासीनता का गहरा घाव
दिल्ली के उत्तरी पूर्वी जिले में स्थित शास्त्री पार्क क्षेत्र इन दिनों अवैध पार्किंग, बढ़ते अपराध और प्रशासन की उदासीनता से जूझ रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यहां अवैध पार्किंग का संचालन प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा है।
अवैध पार्किंग और अपराध का गठजोड़:
स्थानीय लोगों के मुताबिक, इस क्षेत्र में बांग्लादेश और रोहिंग्या समुदाय के लोग बिना किसी कागजी कार्रवाई के झोंपड़ियां बनाकर रह रहे हैं। ये झोंपड़ियां अवैध पार्किंग स्थलों के आसपास बड़ी संख्या में हैं। स्थानीय निवासी मानते हैं कि इन झोंपड़ियों में रहने वाले कुछ लोग आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं और अवैध पार्किंग के धंधे से जुड़े हुए हैं।
शास्त्री पार्क रेड लाइट पर बढ़ते अपराध:
शास्त्री पार्क रेड लाइट पर हाल के दिनों में लूटपाट, हत्या जैसी कई घटनाएं हुई हैं। आरोप है कि ये अपराधी घटनाएं इन झोंपड़ियों में घुसकर फरार हो जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन की उदासीनता के कारण अपराधी बेखौफ होकर इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं:
स्थानीय निवासियों ने इस समस्या के समाधान के लिए कई बार प्रशासन और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। लेकिन प्रशासन ने अभी तक इन शिकायतों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध पार्किंग और अपराध के इस गठजोड़ के पीछे कुछ शक्तिशाली लोग हैं, जिनके दबाव में प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा है।
निष्कर्ष:
शास्त्री पार्क क्षेत्र में अवैध पार्किंग, अपराध और प्रशासन की उदासीनता एक गंभीर समस्या बन गई है। स्थानीय निवासियों का जीवन खतरे में है और इस क्षेत्र की शांति व्यवस्था भंग हो रही है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन को तत्काल कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। अवैध पार्किंग को रोकने के लिए प्रभावी उपाय किए जाने चाहिए और झोंपड़ियों को हटाया जाना चाहिए। साथ ही, अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि आम लोगों को सुरक्षा का अहसास हो सके।
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