गांधी नगर सर्कल में यातायात जागरूकता कार्यक्रम: हेलमेट अनिवार्यता पर विशेष जोर
दिल्ली के गांधी नगर सर्कल में एक विशेष यातायात जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम के तहत न केवल हेलमेट वितरित किए गए, बल्कि वाहन चालकों को फूल देकर सम्मानित भी किया गया और उनसे यह शपथ दिलवाई गई कि वे भविष्य में कभी भी बिना हेलमेट के वाहन नहीं चलाएंगे।
यह पहल डीसीपी राजीव कुमार (ईस्टर्न रेंज), एसीपी योगेंद्र खोखर (शाहदरा) और टीआई शिव कुमार (गांधी नगर सर्कल) के सार्थक प्रयासों से सफलतापूर्वक संपन्न हुई। जब इस विषय में डीसीपी राजीव कुमार से बातचीत की गई, तो उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है। उनका कहना था कि सड़क हादसों में 99% मौतों का कारण सिर पर चोट लगना होता है, जिसे हेलमेट पहनकर रोका जा सकता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए इस पहल को आगे बढ़ाया गया।
इस जागरूकता अभियान का मुख्य नारा था – “न शौक, न मजबूरी, हेलमेट है जरूरी”।
भविष्य में चलाए जाने वाले यातायात सुरक्षा अभियान:
इस अवसर पर अधिकारियों ने बताया कि भविष्य में भी ऐसे यातायात जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा:
- सिग्नल का पालन करें – रेड लाइट पर रुकें, ग्रीन लाइट पर चलें और येलो लाइट पर सतर्क रहें।
- गति सीमा का ध्यान रखें – तेज़ रफ़्तार से दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए निर्धारित गति सीमा में वाहन चलाएं।
- हेलमेट और सीट बेल्ट का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें – बाइक चलाते समय हेलमेट और कार में सीट बेल्ट जरूर पहनें।
- नो हॉर्न ज़ोन का पालन करें – स्कूल और अस्पतालों के पास हॉर्न न बजाएं।
- ओवरटेकिंग में सावधानी बरतें – केवल निर्धारित लेन से ही ओवरटेक करें।
- नशे में वाहन न चलाएं – शराब पीकर वाहन चलाना खतरनाक और गैरकानूनी है।
- ज़ेब्रा क्रॉसिंग का ध्यान रखें – पैदल चलने वालों को पहले रास्ता दें।
- मोबाइल का इस्तेमाल न करें – वाहन चलाते समय फोन का उपयोग दुर्घटनाओं को न्योता दे सकता है।
डीसीपी राजीव कुमार ने यह भी कहा कि हर समस्या का समाधान केवल चालान काटना नहीं है, बल्कि लोगों को जागरूक करना भी आवश्यक है। इसी उद्देश्य से भविष्य में भी इस तरह के यातायात सुरक्षा कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
रिपोर्टर: जगमोहन सिंह
विधिपक्ष पत्रिका
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