रेमडेसिविर इंजेक्शंस की ब्लैक-मार्केटिंग में नॉर्थ-वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के Spl Staff ने 4 लोगो को पकड़ा
03.05.2021 को, नॉर्थ-वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ को एक सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति रेमडेसिविर इंजेक्शंस की ब्लैक-मार्केटिंग में शामिल थे। सूचना की संवेदनशीलता के मद्देनजर इंस्पेक्टर अमित कुमार के नेतृत्व में विशेष स्टाफ की एक टीम को इस मामले की जांच के लिए गठित किया गया, जिसमे एसीपी / ऑपरेशंस / एनडब्ल्यूडी संजय ड्राल की निगरानी में पूरी कार्यवाही की गयी।
गुप्त मुखबिर से, पता चला कि एक व्यक्ति रेमडेसिविर इंजेक्शन देने के लिए हैदरपुर बस स्टैंड के पास आएगा। सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए, एक छापेमारी दल का गठन किया गया जो बस स्टैंड के पास तैनात था। एक व्यक्ति जिसका नाम विपुल वर्मा उर्फ़ संजीव वर्मा जो की मकान नंबर 711, पश्चिम गुरु अंगद नगर, लक्ष्मी नगर, दिल्ली (उम्र- 29 वर्ष) का रहने वाला था उसे पकड़ लिया गया। आरोपी विपुल वर्मा रेमेडिसविर इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग करके रेमेडिसविर इंजेक्शन को ऊंचे दामों पर बेचता था। उसके पास से एक रेमेडीवीर इंजेक्शन बरामद किया गया जिसके लिए वह 70,000 / – रुपये मांग कर रहा था। । नतीजतन, एफआईआर नंबर 387/21 दिनांक 04.05.2021 U / S 420/188/120-B IPC और 3 महामारी रोग अधिनियम, दिल्ली के थाना मौर्य एन्क्लेव में दर्ज किया गया और आरोपी विपुल वर्मा को गिरफ्तार किया गया । अभियुक्त विपुल वर्मा दिल्ली के दिलशाद गार्डन में IHBAS में अनुबंध के आधार पर रिकॉर्ड क्लर्क के रूप में काम कर रहा है।
आरोपी विपुल वर्मा से निरंतर पूछताछ कर उनके सहयोगियों- विशाल कश्यप उर्फ़ पृथ्वी लाल कश्यप जो की C-154, मोती नगर, दिल्ली (आयु- 22 वर्ष) का निवासी है और शुभम s / o लक्ष्मीधर पटनायक जो की 73, ESI कॉलोनी, बसई दारा पुर, मोती नगर, दिल्ली (आयु- 23 वर्ष) का रहने वाला है को गिरफ्तार कर लिया गया। । आरोपी विशाल कश्यप के कब्जे से रेमडेसिविर के चार इंजेक्शन बरामद किए गए और आरोपी शुभम के कब्जे से रेमडेसिविर के दो इंजेक्शन बरामद किए गए। अभियुक्त विशाल कश्यप आईपी विश्वविद्यालय, सेक्टर 25, रोहिणी, दिल्ली से बीए ऑनर्स 3 वर्ष का छात्र है और आरोपी शुभम ने पुरुष नर्स के लिए कोर्स पूरा कर लिया है, लेकिन वह बेरोजगार है।
आगे की जांच के दौरान, एक और आरोपी ललितेश पुत्री पवन कुमार चैहान जो की H. No. 416, गली नंबर 33, ब्लॉक-डी, मोलारबंद एक्सटेंशन बदरपुर, दिल्ली (उम्र- 24 वर्ष), की रहने वाली है उस को भी गिरफ्तार कर लिया गया जो बरामद किए गए रेमेडिसविर इंजेक्शन का स्रोत थी। आरोपी ललितेश दिल्ली के मूलचंद अस्पताल में अनुबंध के आधार पर नर्स के रूप में काम कर रही है। उसे अस्पताल के कोविड वार्ड में तैनात किया गया था और उसने खुलासा किया है कि वह कोविड रोगियों के बचे हुए अनुपयोगी रेमेडीविर इंजेक्शन की खरीद करने का प्रबंध कर रही थी, जिन्हें रिकवरी के बाद कोविद वॉर्ड से छुट्टी दी जा रही थी और वह बचे हुए अनुपयोगी रेमडेसिविर इंजेक्शन को उनके द्वारा उपचार में इस्तेमाल हुआ दिखाकर उसे अपने पास रख लेते थे , ललितेश ये इंजेक्शन सुभम को बेचती थी फिर इन इंजेक्शनों को शुभम अपने सहयोगियों विपिन वर्मा और विशाल कश्यप के माध्यम से उच्च कीमतों पर ब्लैक-मार्केटिंग कर रहा था। अभियुक्त शुभम आरोपी ललितेश के खाते में रेमदेसिविर इंजेक्शन की राशि जमा कर रहा था और उनके बीच बरामद मोबाइल फोन में इस संबंध में व्हाट्सएप की बहुत सारी बातचीत पाई गई है।
इस गिरोह की पूरी श्रृंखला का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपी व्यक्तियों के कब्जे से अब तक 7 रेमेडिविर इंजेक्शन बरामद किए गए हैं।
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