खजुरी थाना की टीम ने 48 घंटे के भीतर व्हाट्सएप पर रेमेडिसिर वैक्सीन की कालाबाज़ारी करने वाले शख्स को गिरफ्तार किया
8.5.21 पर पीएस खजूरी खास में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप पर रेमेडिसविर वैक्सीन ’की धोखाधड़ी और कालाबाजारी के बारे में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस को शिकायतकर्ता नीरज कुमार तिवारी ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया से मोबाइल नंबर 9508384638 पर कॉल आया, जिसमें रेमेडीसविर इंजेक्शन दिया गया। शिकायतकर्ता ने उपरोक्त मोबाइल नंबर पर कॉल किया और उस व्यक्ति ने कॉल उठाया जिसे तुरंत रेमेडिसविर इंजेक्शन बेचने के लिए कहा । शिकायतकर्ता को अपने ससुर के लिए 6 इंजेक्शनों की जरूरत थी। उपरोक्त व्यक्ति ने 5000 रुपये प्रति पीस की मांग की और कहा कि डिलीवरी से पहले Google भुगतान के माध्यम से 40% अग्रिम भुगतान करें। उपरोक्त कथित व्यक्ति ऑनलाइन भुगतान के लिए मोबाइल नंबर 9058233263 भी प्रदान करता है। शिकायतकर्ता ने उपरोक्त कथित व्यक्ति को Google के माध्यम से 8000 / – का भुगतान किया। भुगतान मिलने के बाद, कथित व्यक्ति ने शिकायतकर्ता का फोन उठाना बंद कर दिया। रिकॉर्डिंग के अनुसार, शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर नंबर 221/2021, यू / एस 420 आईपीसी, पीएस खजुरी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और जांच की गई।
मामला दर्ज करने के तुरंत बाद एसीपी / खजूरी हरीश चंद्र कुकरेती के मार्गदर्शन से तथा एसएचओ / खजुरी पवन कुमार के नेतृत्व में एक टीम जिसमें एसआई अश्वनी, कांस्टेबल सचिन, कांस्टेबल कालिक और कांस्टेबल राहुल शामिल थे, गठित की गयी। तकनीकी निगरानी और सीडीआर विश्लेषण के आधार पर रेवा मध्य प्रदेश में राइड की गयी और मुजरिम को पकड़ा गया जिसका नाम अमन सिंह @ लकी s / o लाल जी R / o पारसी, पीएस गड्ड, जिला रीवा, मप्र, का पाया गया। अपराध को अंजाम देने के लिए उसी नंबर का उपयोग कर एक ही IMEI नंबर वाला मोबाइल फोन उसके पास से बरामद किया गया। जांच के आगे के दौरान उसके मोबाइल फोन में कई संदिग्ध व्हाट्सएप चैट पाए गए। आरोपी एक अन्य नाम पर बैंक खाता बनाए हुए पाया गया, जिसमें 7,83,968 / – रु है। खाते में शेष राशि लगातार बढ़ रही थी। निवर्तमान लेनदेन के लिए उसका बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है। इसके अलावा मामले की जांच एसीपी / खजूरी खास की निगरानी में अन्य पीड़ितों के विवरण का पता लगाने के लिए की जा रही है।
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