12-14 घण्टे सड़कों पर मेहनत, फिर थाने में आकर खाना बनाना,
12-14 घण्टे सड़कों पर मेहनत, फिर थाने में आकर खाना बनाना, दरअसल ये सब उनके लिए है जो #LockDown के चलते कभी अपने पेट पर हाथ फेरते हैं तो कभी ईश्वर की तरफ देखते हैं। हमारी मातृशक्ति भी इसमें पीछे नहीं हैं।यही है आपकी अपनी पुलिस |